हमारी गलतियों से कही टूट न जाना,
हमारी शरारत से कही रूठ न जाना,
तुम्हारी चाहत ही हमारी जिंदगी हैं,
इस प्यारे से बंधन को भूल न जाना.
प्यार हो जाता है करता कौन हैं ?
हम तो कर देंगे प्यार में जान भी कुरबान..
लेकिन पता तो चले कि..
हम से प्यार करता कौन हैं
किसी और की तरफ हमनें नज़र को उठाकर देखा भी नहीं,
किसी और का नाम हमारी जुबां पर कभी आता नहीं,
ना कभी किसी और के बारे में सोचा कभी,
और उन्हें लगता है कि हमें प्यार करना आता ही नहीं।
दिल की किताब में गुलाब उनका था
रात की नीदो में ख़वाब उनका था
कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा
मर जाएंगे तेरे बिना ये जवाब उनका था
विश्वास करने वाले से ज्यादा
बेवकूफ विश्वास को तोड़ने वाला होता है
क्योंकि…..
वो सिर्फ एक छोटे से स्वार्थ के लिये
एक प्यारे से मनुष्य को खो देता है
जब खामोश निगाहों से बात होती है,
इसी से तो प्यार की शुरुआत होती है,
आपकी यादों में खोये रहते हैं हम दिन भर,
ना जाने कब दिन और कब रात होती है….
“दुनिया खुशनुमा है फिर भी खुद को
बेजार करना अच्छा लग रहा है,
हसीन है जिंदगी फिर भी इसको !
दुश्वार करना अच्छा लग रहा है
मालूम है कि बाकी नहीं हैं हम तुम में फिर भी,
तुम नहीं पर तुमसे प्यार करना अच्छा लग रहा है”
जब खामोश आँखों से बात होती है
ऐसे ही मोहब्बत की सुरुआत होती है
तुम्हारे ही ख्यालो में खोए रहते हैं
पता नहीं कब दिन कब रात होती है
“पलको से आँखो की हिफाजत होती है
धडकन दिल की अमानत होती है
ये रिश्ता भी बडा प्यारा होता है
कभी चाहत तो कभी शिकायत होती है”
बदलना आता नही हमे मौसम की तरह
हर एक रुत में तेरा इंतज़ार करते है
ना तुम समझ सकोगे जिसे कयामत तक
कसम तुम्हारी तुम्हे हम इतना प्यार करते है
बहुत अजीब है यह बंदिशे मोहब्बत की “फ़राज़“
न उस ने कैद में रखा , न हम कभी फरार हुए….