कॉलेज जाया करते थे तब हम
हमने मोहब्बत को जरुरी समझा
किताबे खरीदी थी हमने लेकिन
याद मोहोब्बत को ही किया।।।।
वह दिन भी आया जिसे इम्तिहान कहते है
सवाल जवाव का सिलसिला शुरू हुआ
हमने भी जवाव देने शुरू कर दिए
सवाल बड़े अलग से लग रहे थे।
लेकिन हमें जवाव सारे पता थे
हमने हर बात का जवाव लिखा
हर किस्से को हमने बतलाया
फिर नतीजों का दिन भी आया ।
मास्टर भी बड़ी मोहब्बत से पेशआया
हर सवाल पर उसने अंक दिए।
न जाने किसने उसे मास्टर बनाया ।।।
जीरो के आगे उसे गिनती तक नहीं आती थी।।।
Written By akkrocks