Gazlo ka Hunar – Hindi Shayari

​​ग़ज़लों का हुनर साकी को सिखायेंगे;
रोएंगे मगर आँसू नहीं आयेंगे;
कह देना समंदर से हम ओस के मोती हैं;
दरिया की तरह तुझसे मिलने नहीं आयेंगे​​।