कभी रो के मुस्कुराए, कभी मुस्कुरा के रोए,
जब भी तेरी याद आई तुझे भुला के रोए,
एक तेरा ही तो नाम था जिसे हज़ार बार लिखा,
जितना लिख के खुश हुए उस से ज़यादा मिटा के रोए।
“उसकी याद हमें बेचैन बना जाती हैं,
हर जगह हमें उसकी सूरत नज़र आती हैं,
कैसा हाल किया हैं मेरा आपके प्यार ने,
नींद भी आती हैं तो आँखे बुरा मान जाती हैं.”
उल्फत का अक्सर यही दस्तूर होता है,
जिसे चाहो वही अपने से दूर होता है,
दिल टूटकर बिखरता है इस कदर,
जैसे कोई कांच का खिलौना चूर-चूर होता है।
तुम्हारी हर अदा से हमें प्यार हो गया,
तुम्हारी मुस्कराहट पर यह दिल तुम पर न्योछार हो गया,
सोचा ना था कभी इज़हार-ए-मोहब्बत कभी कर पाएंगे तुमसे,
तुम्हारा इश्क़ अब हमारा संसार हो गया।
“तुझे क्या पता कि मेरे दिल में,
कितना प्यार है तेरे लिए,
जो कर दू बया तो तुझे नींद से, नफरत हो जाए।”
“आपको याद करना मेरी आदत बन गई है,
आपका खयाल रखना मेरी फितरत बन गई है,
आपसे मिलना ये मेरी चाहत बन गई है,
आपको प्यार करना मेरी किस्मत बन गई है।”
“हर दिन तुम मेरे दिमाग़ में आने वाली पहली और आख़िरी चीज़ हो।”
“कर दे नज़रे करम मुझ पर,
मैं तुझपे ऐतबार कर दूँ,
दीवाना हूँ तेरा ऐसा,
कि दीवानगी की हद को पर कर दूँ”
मोहब्बत तो बारिश है
मोहब्बत तो बारिश है जिसे छूने की ख्वाहिश में
हथेलियां तो गीली हो जाती है…
मगर हाथ हमेशा खाली ही रहते हैं
छूट गया जो साथ तेरा मुझसे,
रूठ गया है अपना ही दिल मुझसे,
कितनी तकलीफ कितना दर्द है तेरे जाने का,
एक बार मुड़ के देख क्या हल हो गया है तेरे दीवाने।
मोहब्बत उसको मिलती हे जिनका नसीब होता हे,
बहुत कम हांथो मे ये मोहब्बत की लकीर होती हे,
कभी कोई अपनी मोहब्बत से ना बिछड़े,
कसम से ऐसे हालत मे बहुत तक़लीफ़ होती हे।
दिल जब भी तुम्हारा धड़का है
तुम लाख छुपाओ सीने में एहसास हमारी चाहत का
दिल जब भी तुम्हारा धड़का है आवाज़ यहाँ तक आई है
समुंदर से निकलकर हमें एक किनारा मिला है,
ज़िन्दगी जीने के लिए फिर से एक सहारा मिला है,
बड़ी ही उलझनों में फँसी थी जो ज़िन्दगी,
उस ज़िन्दगी में अब साथ प्यारा मिला है।